तबियत तो ३ दिन से ही ख़राब थी “पर वो सोच के बुखार” … चौथे दिन टेस्ट करवाया।
कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट से थोड़ा डर सा गया था आखिर माँ जो थी , माँ चिंता मत कर मैंने बात कर ली डॉक्टर से वीडियो कॉल पर ही दवाई लिखवा कर दवाई ऑनलाइन मंगवा भी ली थी उसने ।।अब डिजिटल इंडिया जो गया था भारत!!
दवा को टेबल पर रखते हुए बड़ी प्यार से माँ से बोला माँ चिंता मत करना सब अच्छा होगा आप ये दवाई खा लो ।।
मां ने हस्ते हुए कहा, अरे पागल अभी तो तेरे बच्चे भी खिलाने है…
बहिन को फ़ोन लगा कर माँ का हाल चाल बताने लगा … दी दवाई दे दी है अब थोड़ा आराम है … तू चिन्ता मत कर सब अच्छा होगा। दी आ तो सकती नहीं थी अपने वह से क्यों की वो भी कोविड पॉजिटिव जो थी जीजा जी भी हॉस्पिटल थे। दी ने भाई को हिमत देते हुए कहा चिंता मत कर सब भगवान ठीक करेंगे …।
और हिम्मत करता हुआ माँ को जिस रूम मैं रखा था गया और बोला, माँ आप सो जाओ आराम करो जितना कर सकती हो …
और बाहर आकर बैठा ही था कि माँ की यादो ने आखों में पानी ला दिया..आंखो से पानी रुक नहीं रहे थे …तभी माँ ने आवाज़ लगाई बेटा…
घबराते हुए अपनी आँख को पोछते हुए रूम की तरफ दौड़ा।
मां ने धीरे आवाज में कहा बेटा सास मैं थोड़ी दिक्कत हो रही है …
मां मैं बस अभी आता हूं कह कर ऑक्सीमीटर लेने गया. ५०० की कीमत वाला ऑक्सीमीटर २२०० का ले कर घर पंहुचा।
मां के हाथ में लगाया.. ऑक्सीजन लेवल ९८ से ९५ आ गया था …थोड़ा खबरा गया।
डॉक्टर को कॉल लगाई … डॉक्टर बोला इमरजेंसी के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर ला के रख लो ।।मां आप थोड़ा आराम करो मैं ऑक्सीजन का देखता हु …इस बार माँ भी थोड़ा डर गई थी ।।इस लिए नहीं की उनकी ऑक्सीजन कम हुई इस लिए कि बेटे का उतरा चेहरा वो देख नही पा रही थी।।
ऑक्सीजन सिलिंडर नीड का स्टेटस लगा कर, कॉल करना शुरू किया … फ़ोन पे मानो नंबर की लड़िया लग गई ।। अवेलेबल अवेलेबल…! थोड़ा खुश हुआ और उन आये मैसेज में से नंबर पर कॉल करने लगा।
ह
नीड ऑक्सीजन … हम अवेलेबल है आप ऐसा करे २० लिटिर ३०००० की है हाफ पेमेंट एडवांस कर दो और अपना एड्रेस बता दो … होम डिलीवरी…
पहले वो खबरया की अन्जान को पसे कैसे दे दू बूत माँ का चेहरा याद आया और १०००० की एडवांस पेमेंट की … और साथ हे साथ और नंबर पे लग गया …की कही ऑक्सीजन मिल जाये ।।
पायमेंट किया १ घंटे हो गए थे …ुस्ने। वो नंबर फिर मिलया अब्ब वो नंबर स्विच ऑफ हो गया था …।
ओ खबरया माँ की सांस लेने में दिकत जो थी वो कार निकल कर निकल गया एक दोस्त के बताये एड्रेस पर पंहुचा … ऑक्सीजन सिलिंडर थो था रेट पता किया १५ लिटिर ५०० की कीमत का सिलिंडर ३००००क का मिल रहा था …… वो बिना कुछ बोले सिलिंडर ले कर घर की तरफ निकला…
घर पहुँच कर माँ को ऑक्सीजन लागै माँ को आराम से सांस लेता देख वो ये भूल गया की अभी ४०क खरच हुये है जहाँ केवल १००० रुपया खर्च होने थे ।।
बूत वो खबरया नही उसने अपनी लास्ट ५ साल की जॉब से सेविंग जो की थी …
मा कुछ खा लो माँ ने ना में सिर हिलाया बूत उसने माँ को दाल का पानी दिया …और फिर ऑक्सीजन लगा दी …।करीब ४ घंटे हो गए थे ऑक्सीजन खत्म होने लगी थो।। और वो घबरा रहा था ।।
ओक्सीजन खत्म हुई माँ से तेज तेज सांस लेना स्टार्ट कर दी ऑक्सीमीटर मैं उसने रेडिंग ली थो अब्ब ८० लेवल पर था वो रोते हुए अपनी बहिन को बता रहा था …
उसने हॉस्पिटल जाना का मान बना कर माँ को अपनी कार के पीछे सीट पर दाल कर निकला ।
“वो माँ को बचाने निकला था उसे क्या पता था आदमख़ोर दरिन्दे बैठे है … भर उसे खाने”
पहोने हॉस्पिटल और लोगो के मैसेज से लिए नंबर को लगा कर थक गया था वो … आँखों से आशु और माँ का चेहरा उसे थकने दे नहीं रहा त।
एक हॉस्पिटल पूछता वहां से दूसरे का पता मिलता बाद जो नही थे ।।मा का ऑक्सीजन लेवल अब्ब ४० था…
करीब ३ घन्टे घूमने के बाद वो एक हॉस्पिटल पंहुचा वहा बद था …
डोक्टर ा के बोले आप एक काम करो १० लाख रुपया एडवांस जमा करवा दो …
उसके पास थेय उसने ५ साल अपनी जॉब से सेविंग जो की थी …उसने १० लाख जमा कर दिए माँ को बद मिल ग्य।।
हीसब तो उसने बाद में पूछा की सर / डे कितना चार्ज लगेगा … ८५००० का रेट बता कर डॉक्टर चला गया…
उसने हाथ भगवन के जोड़े और कहा हे भगवन माँ ठीक हो जाये पसे थो मैं अगले ५ साल मैं फिर से सेव कर लुंग।।
Khabarate huye apni Aankh ko pochte huye Room ki taraf dodha
Maa ne Dhire awaj main kaha Beta Saas main thodi Dikat ho Rahi hai …
Maa main bus abhi aata hu kah kar Oximeter lene gya 500 ki Kimat wala Oximeter 2200 kaa le kar wo ghar pahucha ..